इस्लामाबाद |
पाकिस्तान ने विवादित सैन्य अदालतों द्वारा आतंकवाद मामले में दोषी करार दिए गए 4 कट्टर तालिबानी आतंकियों को बुधवार को फांसी पर लटका दिया। 2014 के पेशावर हमला मामले में लिप्त 160 आतंकियों को अब तक मौत की सजा दी जा चुकी है। प्रतिबंधित गुटों के इन आतंकियों को खैबर पख्तूनवा के जेल में ही मौत की सजा दी गई। खैबर पख्तूनवा तालिबानी आतंकियों के कारण बुरी तरह से प्रभावित है।
आर्मी ने बताया, ‘आतंक, निर्दोषों की हत्या, शिक्षण संस्थानों का विनाश, पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और कानून प्रर्वतन एजेंसियों पर हमले से संबंधित गंभीर अपराधों के कार्यान्वयन में वे शामिल थे।‘ सेना ने बयान जारी कर कहा कि चारों आतंकी मासूम नागरिकों की हत्या, पाकिस्तानी सैन्य बलों व कानून प्रवर्तन एजेंसियों पर हमले समेत कई अन्य मामलों में भी शामिल थे। आतंकी हमलों की आशंका को देखते हुए इस बात की जानकारी नहीं दी गई कि इन्हें किस जेल या स्थान पर फांसी दी गई।
दिसंबर 2014 में पेशावर में आर्मी स्कूल पर हुए आतंकी हमले में 150 से अधिक लोग मारे गए थे जिसमें अधिकांश छात्र थे। इसके बाद संवैधानिक संशोधन द्वारा इस मामले में जल्द न्याय के लिए विशेष सैन्य अदालत का गठन किया गया था। मानवाधिकार समूह जस्टिस प्रोजेक्ट पाकिस्तान ने बताया कि पेशावर हमले के बाद से 441 लोगों को मौत दी जा चुकी है। एक दशक से अधिक लंबे समय से पाकिस्तान विभिन्न चरमपंथियों के संगठनों से लड़ता आ रहा है।