मुंबई |
राष्ट्रपति पद के चुनाव को लेकर सियासी माहौल काफी गर्म है। जहां भाजपा सरकार इस चुनाव को लेकर आश्वस्त है वहीं दूसरी ओर विपक्षी दल में इसको लेकर बैठकों का दौर जारी है। एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने बुधवार को दावा किया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार को राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनाने की प्रस्ताव रखा था। हालांकि शरद पवार ने यह प्रस्ताव ठुकरा दिया। मुम्बई में पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से बात करते हुए मलिक ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया ने खुद इस पवार को राष्ट्रपति बनने का ऑफर दिया था लेकिन पवार नहीं माने। शरद पवार हमेशा कहते आए हैं कि वे राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ना नहीं चाहते।
पार्टी प्रवक्ता मलिक का कहना है कि एनसीपी का प्रयास है कि यूपीए के दल गठबंधन कर राष्ट्रपति चुनाव में एक संयुक्त उम्मीदवार उतारें। यूपीए के कई नेता पवार को उम्मीदवार बनाना चाहते हैं, लेकिन पवार कुछ दिनों पहले मुंबई में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कह चुके हैं एनडीए के पास राष्ट्रपति पद के अपने उम्मीदवार को जिताने के लिए पर्याप्त बहुमत है, इसलिए बड़े उलटफेर की गुंजाइश नहीं है। बता दें कि यूपीए की ओर से राष्ट्रपति पद के लिए साझा उम्मीदवार उतारे जाने पर बातचीत चल रही है। इसी क्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। ममता दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मिलीं।