चेन्नै |
आईटी सेक्टर में आने वाले समय में छंटनी की संभावनाओं को देखते हुए चेन्नै में एंप्लॉयीज यूनियनें सॉफ्टवेयर प्रफेशनल्स को एक होने के लिए कह रही हैं। बढ़ते ऑटोमेशन और आउटसोर्सिंग के सबसे बड़े बाजार अमेरिका में बढ़ रहे विरोध के चलते आईटी सेक्टर में छंटनी की संभावना है। तमिलनाडु में करीब चार लाख आईटी प्रफेशनल्स काम करते हैं। यहां पर ज्यादातर मिडिल लेवल के मैनेजरों को नौकरी से निकाले से जाने के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के अनुभवों से उत्साहित ट्रेड यूनियनों को लग रहा है कि आईटी सेक्टर में इस सेक्टर के जैसा भाव लाना आसान नहीं है।
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के यूनियन मजदूरी आदि पर अपनी बात रख लेते हैं। फॉरम फॉर आईटी एंप्लॉयी (एफआईटीई) और 20 साल पुराने एनडीएफएल के आईटी विंग अब टेक्नॉलजी कैंपसों के भीतर इस अभियान को बढ़ावा दे रहे हैं। एनडीएफएल आईटी के सदस्य कुमार एस ने कहा, ‘अभी भी आईटी सेक्टर में बड़े पैमाने पर समर्थन हासिल करना कठिन है।’ एनडीएफएल आईटी इस सप्ताह प्रदर्शन की तैयारी कर रही है। दोनों ही फ्रन्ट्स ने राज्य के लेबर डिपार्टमेंट को याचिका भेजकर आईटी फर्म्स को इंडस्ट्रियल डिस्प्यूट ऐक्ट के दायरे में लाने की मांग की है। यह ऐक्ट कामगारों को एंप्लॉयरों के साथ विवाद को हल करने के लिए सरकार की मदद मांगने का अधिकार देता है।
पूरे देश में विभिन्न कंपनियों में 200 टेक्नॉलजी प्रफेशनल्स एनडीएफएल के सदस्यों के रूप में काम कर रहे हैं। कुमार ने कहा, ‘केवल 15% लोग ऐसे हैं जिन्होंने यह खुले तौर पर कहा है कि वे हमारे साथ काम कर रहे हैं। कई सदस्यों ने कहा कि उनके साथ काम करने को सीक्रेट रखा जाए।’ हाल के समय में कॉन्ट्रेक्ट एंप्लॉयमेंट और तकनीकी बाधाएं जैसे ऑटोमेशन बढ़ी हैं।