इंदौर ।
एमवाय अस्पताल में एक बार फिर रात में डॉक्टरों द्वारा इलाज में कोताही बरतने का मामला सामने आया है। सोमवार देर रात अस्पताल में नवजात की मौत हो गई। परिजन ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया। परिजन का आरोप है कि बच्ची को सांस लेने में बेहद दिक्कत होने के बावजूद डॉक्टर भर्ती कर सोने चले गए। इधर डॉक्टरों ने हंगामे की आशंका के चलते पहले ही सुरक्षाकर्मी व पुलिस बुला ली।
सोमवार देर रात हरदा के नरेंद्र विश्वकर्मा नवजात शिशु को लेकर अस्पताल पहुंचे। बच्ची को सांस लेने में अत्यधिक तकलीफ होने से हरदा जिला अस्पताल से रेफर किया गया था। बच्ची को एनआईसीयू में भर्ती किया गया। पिता नरेंद्र के मुताबिक बच्चे को भर्ती करने के बाद डॉक्टरों ने कुछ भी जानकारी नहीं दी। बार-बार पूछने के बाद भी कोई तवज्जो नहीं दी और सोने चले गए। सुबह दूसरे डॉक्टर ड्यूटी पर आ गए।
उनसे बच्चे की हालत के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि बच्चे की रात में मृत्यु हो गई थी। परिजन का कहना है कि अस्पताल में टालमटोली देखकर वे प्रायवेट अस्पताल में भी ले जाना चाह रहे थे लेकिन बाहर तक ले जाने के लिए ऑक्सीजन का इंतजाम नहीं हो पाया। परिजन ने डॉक्टर से इलाज के कागज भी ले लिए। इधर अस्पताल प्रशासन ने लापरवाही की बात से इंकार किया है।