भोपाल।
मप्र में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) खरीदी में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। राज्य निर्वाचन आयोग ने 29 करोड़ रुपए की ईवीएम बिना जरूरत के खरीद लीं। इस पर भारत के नियंत्रक एवं महालेखाकार (कैग) ने अपनी रिपोर्ट में आपत्ति भी जताई है। हालांकि कैग की यह रिपोर्ट विधानसभा के पटल पर नहीं रखी गई।
सामाजिक कार्यकर्ता अजय दुबे का दावा है कि 2015 में कैग ने अपनी रिपोर्ट में राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा 133 करोड़ रुपए में खरीदी गई ईवीएम मशीनों पर सवाल उठाए थे, लेकिन इस अंश को विधानसभा में रखी गई रिपोर्ट में शामिल नहीं किया गया। कैग ने रिपोर्ट में कहा कि मप्र राज्य निर्वाचन आयोग ने 54 हजार कंट्रोल यूनिट और 1 लाख 59 हजार 360 बैलेट यूनिट मंगाई। इसमें से 8850 कंट्रोल यूनिट और 47 हजार बैलेट यूनिट का चुनाव में उपयोग ही नहीं किया गया, जिसका मूल्य 29 करोड़ रुपए था।