केंद्र सरकार ने गुजरात सरकार की उस दरख्वास्त को खारिज कर दिया है, जिसमें सौराष्ट्र नर्मदा अवतरण इरीगेशन स्कीम (SAUNI) के लिए 6,399 करोड़ रुपये की मांग की गई थी। राज्य सरकार की यह मांग तकनीकी आधार पर खारिज की गई है। इसके अलावा, प्रॉजेक्ट की व्यवहार्यता (फिजिबिलिटी) पर सवाल उठाए गए हैं। दिलचस्प बात यह है कि SAUNI पीएम मोदी का पसंदीदा प्रॉजेक्ट रहा है।
पीएम ने 30 अगस्त 2016 को इस प्रॉजेक्ट के पहले फेज का राजकोट के नजदीक बने बांध पर उद्घाटन किया था। इसके बाद, इस साल 17 अप्रैल को मोदी ने गुजरात के बोटाड में SAUNI प्रॉजेक्ट के फेज-1 (लिंक 2) को देश को समर्पित किया था। इसके अलावा, प्रॉजेक्ट के फेज 2 (लिंक 2) की आधारशिला भी रखी थी। बता दें कि सूखे से जूझते सौराष्ट्र के लिए नर्मदा के पानी को 115 जलाशयों में स्टोर करने के लिए इस प्रॉजेक्ट की शुरुआत की गई है।
केंद्र सरकार के इस रुख के बाद, राज्य सरकार ने पूरे प्रॉजेक्ट के लिए खुद से पैसे का इंतजाम करने का फैसला किया है। इस प्रॉजेक्ट की शुरुआती कुल लागत 10 हजार करोड़ रुपये थी। इस आकलन के आधार पर राज्य सरकार ने केंद्र सरकार की योजना के तहत 6,399 करोड़ रुपये की मांग की थी। गुजरात सरकार ने अब इस प्रॉजेक्ट की लागत को संशोधित करते हुए 18 हजार करोड़ रुपये कर दिया है।