नई दिल्ली |
देश में ही बने हल्के लड़ाकू विमान तेजस से आज हवा से हवा में मार करने वाली बियोंड विजुअल रेंज (बीवीआर) डर्बी मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया। रक्षा मंत्रालय के अनुसार तेजस से किया गया यह परीक्षण राडार मोड में किया गया। मिसाइल ने मानव दृष्टि से नजर आने वाली दूरी से कहीं आगे जाकर लक्ष्य पर सटीक निशाना लगाया और यह परीक्षण सभी मानदंडों पर खरा उतरा। मिसाइल का परीक्षण चांदीपुर स्थित परीक्षण रेंज से किया गया। इस दौरान परीक्षण रेंज में लगे सेंसरों ने लक्ष्य और मिसाइल दोनों पर कड़ी नजर रखी और मिशन की सफलता का पता लगाया।
इस परीक्षण का उद्देश्य तेजस पर विमान एवियोनिक्स, फायर कंट्रोल रडार, लांचरों और मिसाइल शस्त्र प्रणाली के साथ डर्बी मिसाइल प्रणाली के एकीकरण और उसके प्रदर्शन को आंकना था। आज के परीक्षण को तेजस की फायरिंग क्षमता के बारे में बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है। तेजस को पुराने मिग -21 की जगह लेने के लिए तैयार किया गया था लेकिन अब ये एक आधुनिक लड़ाकू विमान बन चुका है। तेजस का विकास लड़ाकू विमान बनाने की भारत की क्षमताओं को लेकर एक अहम कदम है। इसरोके रॉकेटों की तरह तेजस भी इस बात की मिसाल है कि हमारे अपने इंजीनियर क्या नहीं कर सकते हैं।