नई दिल्ली |
थोक महंगाई दर यानि डब्ल्यूपीआई में गिरावट देखने को मिली है। अप्रैल में थोक महंगाई दर घटकर 3.85 फीसदी रही है। वहीं मार्च में थोक महंगाई दर 5.29 फीसदी रही थी। बता दें कि सरकार ने थोक महंगाई दर का आधार बदलकर 2011-12 कर दिया है, इससे पहले 2004-05 को आधार मानकर आंकड़े जारी किए जाते थे।
साथ ही नई डब्ल्यूपीआई सीरीज में पहले के 676 आइटम के मुकाबले अब 697 आइटम जोड़े गए हैं। इसके अलावा डब्ल्यूपीआई से इनडायरेक्ट के असर को हटाने का फैसला लिया गया इसका मतलब ये हुआ कि जीएसटी लागू होने के बाद महंगाई पर क्या असर पड़ा, इसका अनुमान लगाना मुश्किल हो जाएगा।
महीने दर महीने आधार पर अप्रैल में ईंधन एवं बिजली की थोक महंगाई दर 23.7 फीसदी से घटकर 18.5 फीसदी रही है। महीने दर महीने आधार पर अप्रैल में प्राइमरी आर्टिकल्स की थोक महंगाई दर 3.98 फीसदी से घटकर 1.82 फीसदी रही है।
महीने दर महीने आधार पर अप्रैल में चीनी की थोक महंगाई दर 21.53 फीसदी से घटकर 13.22 फीसदी रही है। महीने दर महीने आधार पर अप्रैल में नॉन-फूड आर्टिकल्स की थोक महंगाई दर 3.58 फीसदी से घटकर -0.16 फीसदी रही है। महीने दर महीने आधार पर अप्रैल में खाने-पीने की चीजों की थोक महंगाई दर 3.82 फीसदी से घटकर 1.16 फीसदी रही है। महीने दर महीने आधार पर अप्रैल में दालों की थोक महंगाई दर -7.78 फीसदी से घटकर -13.64 फीसदी रही है।
महीने दर महीने आधार पर अप्रैल में सब्जियों की थोक महंगाई दर -0.5 फीसदी से घटकर -7.79 फीसदी रही है। महीने दर महीने आधार पर अप्रैल में मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट की थोक महंगाई दर 3.03 फीसदी से घटकर 2.66 फीसदी रही है।