आलीराजपुर।
गुजरात की सीमा के समीप स्थित क्षेत्रों में एक नई तरह की समस्या सामने आई हैं। गुजरात से सटे क्षेत्रों में जननी सुरक्षा एक्सप्रेस को बुलाने के लिए ग्रामीणों द्वारा किए जा रहे फोन गुजरात लग रहे हैं। प्रभारी मंत्री की बैठक में यह मुद्दा उठा तो इस पर उन्होंने अफसरों को मामले को दिखवाने और तकनीकी समस्या को दूर करने के निर्देश दिए।
जिले के प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग बुधवार को दोपहर करीब 12.30 कलेक्टोरेट पहुंचे और अफसरों की बैठक ली। इस दौरान गुजरात से सटे इलाकों में जननी सुरक्षा एक्सप्रेस को बुलाने में समस्या का मामला उठा। प्रभारी मंत्री को बताया गया कि ग्रामीण फोन करते हैं तो वह गुजरात लग जाता है और वहां से लोगों को मना कर दिया जाता है। तकनीकी गड़बड़ी के चलते ऐसा हो रहा है। इस पर अफसरों को समस्या को दूर करने के निर्देश दिए गए। बैठक में प्रभारी मंत्री ने जिले के छात्रावासों में मॉनीटरिंग के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने व विद्यार्थियों की सुविधा की दृष्टि से 181 नंबर लिखवाने के लिए कलेक्टर गणेश शंकर मिश्रा को कहा। कलेक्टर को यह भी कहा गया कि उक्त नंबर पर छात्रावास संबंधी समस्या के बारे में विद्यार्थी से जानकारी ली जाए, उसका नाम नहीं पूछे। बैठक में जिला पंचायत सीईओ ने विभिन्ना योजनाओं और ग्राम उदय से भारत उदय अभियान की प्रगति रिपोर्ट से प्रभारी मंत्री को अवगत कराया। बैठक में बताया गया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत व्यक्तिगत रूप से साढ़े तीन हजार से अधिक लोगों ने आवेदन किया है। ग्रामीण क्षेत्रों में तालाब खुदवाने संबंधी जानकारी भी अफसरों ने दी। कलेक्टर ने प्रभारी मंत्री को बताया कि जिले में पोल्ट्री फॉर्म स्थापित करने के लिए प्रयास जारी है। शुरुआत में कुछ लोगों के साथ कार्य जल्द ही प्रारंभ कर दिया जाएगा। ऐसे लोगों की सूची तैयार करवा ली गई है। इसके अलावा कलेक्टर ने बताया कि जिले में खाद्यान्ना भंडारण की समस्या है। इसे दूर करने के लिए झाबुआ में एक वेयर हाउस लिया गया है। यहां करीब तीन माह का खाद्यान्ना का भंडारण किया जाएगा। खाद्यान्ना परिवहन में भी ट्रेकिंग सिस्टम की व्यवस्था रहेगी। बैठक में ग्राम उदय से भारत उदय अभियान के तहत अच्छा कार्य करने पर प्रभारी मंत्री ने अफसरों की प्रशंसा की।