जयपुर।
राजस्थान में स्वाइन फ्लू खतरनाक होता जा रहा है। इस वर्ष अब तक इससे 25 लोगों की मौत हो चुकी है। यही नहीं, इसकी चपेट में छोटे बच्चे भी आ रहे हैं।
इस बीमारी से जयपुर में मंगलवार को एक मासूम ने दम तोड़ दिया। राज्य कैबिनेट की बैठक में भी स्वाइन फ्लू की भयावहता को लेकर चर्चा हुई।
बैठक के बाद संसदीय कार्यमंत्री राजेंद्र सिंह राठौड़ ने दावा किया कि इस बीमारी को लेकर सरकार सजग है और आवश्यक दवाइयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं लेकिन हकीकत यह है कि गर्मी में 40 डिग्री से ज्यादा के तापमान में स्वाइन फ्लू के वायरस से निपटने में सरकार नाकाम साबित हो रही है।
राज्य में इस बार जनवरी से लेकर अब तक स्वाइन फ्लू के 221 मामले सामने आए हैं जिसमें 25 लोगों की मौत हो चुकी है। सोमवार को स्वाइन फ्लू से पीड़ित एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया था।
कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई थी। अब उसके बच्चे की हालत भी गंभीर बनी हुई है। उधर, मंगलवार को भी जयपुर के जेके लॉन अस्पताल में स्वाइन फ्लू से पीड़ित 11 साल के मासूम ने दम तोड़ दिया।
यह बच्चा अलवर का रहने वाला था, जिसका यहां अस्पताल में उपचार चल रहा था। सरकार ने गर्मी के मौसम में स्वाइन फ्लू के वायरस के सक्रिय होने का कारण जानने के लिए नमूने वायरोलॉजी संस्थान भेजें हैं, लेकिन अभी वहां से भी रिपोर्ट नहीं आई है।