नई दिल्ली |
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में नियुक्त हुए महासचिवों और सचिवों के साथ बैठक की। इस दौरान राहुल ने आरएसएस और भाजपा का उदाहरण देते हुए उनकी राह पर चलने की सीख दी। सूत्रों की माने तो, राहुल ने इस बैठक में समझाया कि अपने हर फैसले में कार्यकर्ताओं को शामिल किया जाए। साथ ही उन्होंने नई जिम्मेदारी पाने वाले प्रभारी, महासचिवों और सचिवों को नियुक्ति की जिम्मेदारी देते हुए कहा कि प्रदेश अध्यक्ष या प्रदेश में किसी अहम पद पर नियुक्ति कार्यकर्ताओं से बातचीत करके ही की जाए।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दिलाना होगा विश्वास
बैठक में कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि कार्यकर्ताओं की अहमियत समझे बिना पार्टी मजबूत नहीं हो सकती। इस दौरान राहुल गांधी ने उदाहरण देते हुए कहा कि आरएसएस कार्यकर्ता पहले बतौर प्रचारक अपनी भूमिका निभाता है, फिर बाद में उसकी एंट्री भाजपा में की जाती है। इसी तरह हमको भी अपने कार्यकर्ता को विश्वास दिलाना होगा कि अगर वो मेहनत कर रहा है, तो पार्टी के फैसलों में उसकी राय भी ली जा रही है और बाद में बेहतर कार्यकर्ता को संगठन में अहम पद भी दिया जाएगा।