मुंबई।
महाराष्ट्र सरकार एक योजना पर विचार कर रही है, जिसके तहत प्रदेश में होने वाली सड़क दुर्घटना के हर घायल का 30 हजार रुपए तक इलाज का खर्च सरकार वहन करेगी। यह राशि तीन दिन तक अस्पताल में रहकर इलाज करवाने के लिए होगी। खास बात यह है कि इसमें महाराष्ट्र ही नहीं, दूसरे प्रदेशों और देशों से आकर दुर्घटना का शिकार होने वाले भी शामिल होंगे।
सरकार को इसके लिए बजट में विशेष प्रावधान करना होगा, जिस पर प्रदेश का वित्त तथा योजना विभाग मंथन कर रहा है। प्रदेश में हर साल होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए फडणवीस सरकार ने यह योजना बनाई है।
प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के सहायक निदेशक डॉ. बीएस नागोंकर के अनुसार, महाराष्ट्र में होने वाली हर दुर्घटना के पीड़ित को इसका लाभ मिलेगा।
पिछले तीन साल में महाराष्ट्र में 1.9 लाख सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें 38,209 लोगों की जान गई है और 1.2 लाख घायल हुए हैं।
इस योजना को ‘बालासाहेब ठाकरे एक्सिडेंट इंश्योरेंस स्कीम’ नाम दिया गया है। यह विचार पिछले साल स्वास्थ्य मंत्री डॉ. दीपक सावंत ने रखा था, लेकिन कैबिनेट की मंजूरी नहीं मिल पाई थी, क्योंकि इसमें वित्त मंत्रालय और योजना विभाग की भी भूमिका रहेगी।
प्रदेश के अतिरिक्त चीफ सेक्रेटरी (स्वास्थ्य) डॉ. विजय सतबीर सिंह के अनुसार, हमने प्रस्ताव वित्त विभाग को भेज दिया है, जहां विचार जारी है। उम्मीद करते हैं कि एक या दो माह में योजना लागू हो जाएगी।
मालूम हो, कर्नाटक में भी ऐसी योजना चल रही है, जहां हर घायल को 48 घंटे अस्पताल में रहने पर इलाज के नाम पर 25,000 रुपए का खर्च सरकार वहन करेगी।