शहडोल।
जिस तरह आगरा का तसब्बुर ताजमहल के बिना नहीं किया जा सकता उसी तरह मध्यप्रदेश का तसब्बुर नर्मदा के बिना नहीं किया जा सकता है। मध्यप्रदेश के अमरकंटक की खूबसूरती कश्मीर को टक्कर देती है। यातायात की सुविधाओं के कारण मां नर्मदा के उद्गम स्थल में आज तक किसी फिल्म की शूटिंग नहीं हो पाई। मैंने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री को प्रस्ताव दिया है कि फिल्म निर्माता व निदेशकों के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं तो यहां भी फिल्म की शूटिंग हो सके। मुंबई से अमरकंटक की दूरी अधिक होने के कारण फिल्मी दुनिया के लोग नहीं पहुंच पा रहे हैं। मैंने यह भी प्रस्ताव दिया है कि यहां के युवाओं को जिनमें अभिनव की कला है उन्हें मैं खुद ट्रेनिंग दूंगा। यह बात फिल्मी दुनिया के जानी-मानी हस्ती रजा मुराद ने शहडोल के सर्किट हाऊस में अनौपचारिक बातचीत में कही।
रजा मुराद नमामि देवि नर्मदे, नर्मदा सेवा यात्रा में शामिल होने अमरकंटक जाते समय यहां रुके थे। इनके साथ फिल्म अभिनेत्री पदमनी कोल्हापुरी, सुश्री मीता वरिष्ठ समेत कई फिल्मी कलाकार थे। सर्किट हाऊस में कलेक्टर मुकेश शुक्ला और पुलिस अधीक्षक सुशांत सक्सेना ने फिल्मी कलाकारों का विशेष सुरक्षा के बीच स्वागत भी किया।