वाराणसी |
जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के नैशनल प्रेजिडेंट सैयद मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि तीन तलाक के मुद्दे में बीजेपी को दखल नहीं देना चाहिए। यदि ऐसा होता है तो हम लोगों को खतरा है। ऐतिहासिक बेनियाबाग मैदान में होने वाले जलसा ‘जम्हूरियत’ में शामिल होने मौलाना अरशद मदनी सोमवार को बनारस पहुंचे।
मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, तीन तलाक मुद्दे को इस तरह उछाला जा रहा है मानो हर औरत तीन तलाक का शिकार हो। टीवी चैनलों पर टोपी लगा और दाढ़ी रखकर दिखने वाले लोग इस्लाम की गलत तरीके से व्याख्या कर रहे हैं। इन्हें उलेमा या जानकार नहीं कहा जा सकता और न ही इनके द्वारा कही बातों का इस्लाम से कोई वास्ता है।
उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि एक बार में तलाक-तलाक-तलाक बोलने को इस्लाम में भी सही नहीं ठहराया गया है। सुप्रीम कोर्ट और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड मामले को देख रहा है। कोर्ट को बोर्ड और उलेमाओं को अपनी तरफ से इस मुद्दे पर कोई सहमति कायम करने का मौका देना चाहिए। निश्चय ही इससे कोई बेहतर रास्ता निकल सकता है।