रायपुर।
सुकमा हमले के बाद नक्सल समस्या से निटपने के लिए दिल्ली में एक उच्च स्तरीय बैठक की गई। जिसमें नक्सल केंद्रीय गृह मंत्री, प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्री और पुलिस अधिकारी शामिल हुए। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि बंदूक के बल पर लोकतंत्र को नहीं दबाया जा सकता। 20 साल में नक्सली हमले में 12 हजार लोगों की जान गई है। हमें इससे निपटने के लिए कारगर उपाय करने होंगे। नक्सल समस्या का हल सिर्फ गोली के उपयोग से नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा कि वामपंथी उग्रवाद से मुक्ति केवल दिल्ली या रायपुर में बैठकर रणनीति बनाने से नहीं मिलेगी। इसके लिए अधिकारियों को जमीन प्रभावित इलाके में जाना होगा। अभी तक यहीं होता आया है कि किसी घटना के बाद ही उससे निपटने के लिए तैयारी की जाती है। लेकिन अब पहले से ही एक्टिव होकर ऐसी तैयारी करनी होगी जिससे ऐसे हमले न हो।
बैठक में छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, पश्चिमी बंगाल, बिहार, महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों शामिल हैं। इसमें नक्सल हिंसा से सबसे ज्यादा प्रभावित 35 जिलों के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षक भी हैं।