बेंगलूरु।
दक्षिण एशियाई देशों के लिए भारत की ओर से उपहार में दिए जाने वाले उपग्रह जीसैट-09 के प्रक्षेपण की उलटी गिनती गुरुवार दोपहर 12:57 बजे शुरू हो गई थी। जिसके बाद इस अत्याधुनिक संचार उपग्रह को भूस्थैतिक प्रक्षेपण यान जीएसएलवी एफ-09 से शुक्रवार शाम 4:57 बजे छोड़ा जाएगा।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के निदेशक (जनसंपर्क) देवीप्रसाद कार्णिक ने बताया कि 28 घंटे की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है और निर्बाध जारी है। तैयारियां आशानुरूप हैं और श्रीहरिकोटा के दूसरे लांच पैड से जीएसएलवी शुक्रवार शाम 4:57 बजे उड़ान भरेगा। प्रक्षेपण के बाद उपग्रह जीएसएलवी जीसैट-09 को को भू-स्थिर अंतरण कक्षा (जीटीओ) में पहुंचाएगा जहां से कक्षा परिवर्तनों के जरिए उसे ऑपरेशनल भू-स्थैतिक कक्षा में स्थापित किया जाएगा।
गौरतलब है कि लगभग 2230 किलोग्राम वजनी जीसैट-09 उपग्रह में 12 केयू बैंड ट्रांसपोंडर हैं जिसकी सेवाएं भारत के अलावा बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, भूटान, अफगानिस्तान और मालदीव को मिलेगी। तो पाकिस्तान इसमें शामिल नहीं है। इस उपग्रह की निर्माण लागत लगभग 235 करोड़ रुपए हैं। इस उपग्रह को 12 साल के मिशन पर भेजा जा रहा है।