पिछले कुछ समय में आत्महत्या के कई ऐसे मामले सामने आए हैं जो फेसबुक पर लाइव ब्रॉडकास्ट हुए। इस तरह के कॉन्टेंट से अपने यूजर्स को बचाने के लिए फेसबुक ने अब अपनी रिव्यू टीम में 3000 लोगों की भर्ती करने की घोषणा की है।
ये लोग बच्चों से जुड़ी प्रताड़ना के पोस्ट और खुद को नुकसान पहुंचाने वाले विडियो पर नजर रखेंगे। फेसबुक की रिव्यू टीम इस मुद्दे पर लॉ इनफॉर्समेंट एजेंसियों के साथ मिलकर काम करेगी। कंपनी के CEO मार्क जकरबर्ग ने कहा, ‘पिछले कई हफ्तों से फेसबुक पर लाइव या फिर विडियो के जरिए कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें लोगों को खुद को और दूसरों को नुकसान पहुंचाते देखा गया है। यह देखना काफी तकलीफदेह रहा है।’
अपने फेसबुक प्रोफाइल पर उन्होंने लिखा, ‘कंपनी नए टूल बनाएगी ताकि आपत्तिजनक कॉन्टेंट पर जल्द कार्रवाई हो सके। हमारी रिव्यू टीम में पहले ही 4500 लोग हैं और अगले साल तक इस टीम में 3000 नए लोगों को जोड़ने की योजना है। हमें हर हफ्ते कई लाख शिकायतें मिलती हैं, जिससे निपटने के लिए अब इसपर तेजी से काम किया जाएगा। हम लोक कम्यूनिटी और लॉ इनफॉर्समेंट के साथ भी काम करते रहेंगे क्योंकि यह खुद को या फिर किसी और को नुकसान पहुंचाने से रोकने में सबसे ज्यादा मददगार साबित होंगे।
गौरतलब है कि पिछले साल फेसबुक लाइव विडियो के जरिए कई हत्या व आत्महत्या के मामले सामने आए। अप्रैल में एक स्टूडेंट ने मुंबई के एक होटल के 19वें फ्लोर से छलांग लगाने से कुछ मिनट पहले फेसबुक लाइव किया। वहीं, यूएस और थाईलैंड में भी ऐसे कई मामले सामने आए। बहरहाल कंपनी ने इसे गंभीरता से लेते हुए इस मामले से निपटने के लिए बड़े स्तर पर लोगों को भर्ती करने की तैयारी कर ली है।