लखनऊ |
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा गठित हिन्दू युवा वाहिनी (हियुवा) ने हिंसात्मक प्रदर्शनों को लेकर खुद पर उठ रहे सवालों के बीच सदस्यता अभियान रोक दिया है। हियुवा के महासचिव पी के मॉल ने आज यहां बताया कि संगठन अगले छह महीनों या एक साल तक कोई भी नई सदस्यता स्वीकार नहीं करेगा। संगठन का मानना है कि गैर-भाजपा दलों के लोग अपने को हियुवा का सदस्य बताकर ‘गौ रक्षा’ और ‘लव जेहाद’ के नाम पर हिंसा फैला रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्य भगवा गमछा लपेटकर हिंदू में लिप्त हैं। हमने अपने सदस्यों को सावधान रहने के लिए कहा है।’ आदित्यनाथ के करीबी सहयोगी मॉल ने स्वीकार किया कि बुलंदशहर मामले में गिरफ्तार तीन लोग वाहिनी के सदस्य है, लेकिन उनके खिलाफ मामले ‘गढ़े’ गये थे।