नई दिल्ली।
घाटी में बिगड़ते हालात को देखते हुए चुनाव आयोग ने अनंतनाग में होने वाले लोकसभा उपचुनाव को रद्द कर दिया है। उपचुनाव के लिए 25 मई को मतदान होना था। यह दूसरी बार है जब चुनाव टाले गए हैं। अब आयोग जल्द नई तारिख का ऐलान करेगा। यह फैसला सुनाते हुए आयोग ने कहा है कि फिलहाल घाटी के हालात ठीक नहीं हैं। इससे पहले श्रीनगर इलाके में 9 अप्रैल को उपचुनाव के लिए मतदान हुआ था लेकिन हिंसा की वारदातों को देखते हुए अनंतनाग में उपचुनाव टाल दिया गया था।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गृह मंत्रालय ने कहा कि औसतन संसदीय चुनाव के लिए 10 कंपनियां कम्पनिया तैनात की जाती हैं यानी 1000 सुरक्षा कर्मी। केन्द्रीय गृह मंत्रालय चुनाव आयोग से कहने वाला है कि इतनी जल्दी ये संभव नहीं है।आयोग को उसे कुछ समय देना होगा। आज की तारीख में 150 कंपनियां घाटी में तैनात हैं यानी 15000 अर्ध सैनिक बल। कुल मिलाकर अर्ध सैनिक बलों की संख्या दस लाख के करीब है लेकिन वो अलग-अलग राज्यों में तैनात हैं। हालांकि पीडीपी चुनाव को टालने के लिए आयोग को पहले ही चिट्ठी लिख चुकी है।
गृह मंत्रालय ने चुनाव आयोग को बता दिया है कि वो अनंतनाग के उपचुनाव के लिए सिर्फ 30,000 अर्धसैनिक बल भेज सकता है। चुनाव आयोग ने मंत्रालय से 74000 सुरक्षाकर्मी मई 12 तक इलाके में तैनात करने को कहा था। हमने आयोग को बता दिया है कि सिर्फ़ 300 कंपनियां भेज सकते हैं, इससे ज़्यादा नहीं ।
चुनाव आयोग ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से कहा है कि उसे 747 कंपनियां चाहिए जो 12 मई तक उसे मिल जानी चाहिए ताकि तैनाती हो सके। एक कंपनी में 100 सुरक्षाकर्मी होते हैं। चुनाव आयोग की ये मांग इसलिए अद्भुत है क्योंकि हाल में पांच राज्यों में चुनाव खत्म हुए हैं और सभी राज्यों में कुल मिलाकर 70000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे। सिर्फ उत्तर प्रदेश में 403 विधानसभा की सीटें हैं और 80 लोकसभा की।