रायपुर।
छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले में 25 जवानों के शहीद होने से भाजपा की ब्रांडिंग भी प्रभावित हुई है। भाजपा का केंद्रीय संगठन लगातार यह दावा कर रहा था कि अगले दो साल में छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद को खत्म कर दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में अगला लोकसभा चुनाव नक्सलवाद के खात्मे को आगे करके लड़ा जाएगा, लेकिन सुकमा हमले ने इस मुद्दे को कमजोर किया है। यही कारण है कि नक्सलवाद के खिलाफ केंद्रीय संगठन ने डिजिटल कैंपेन शुरू किया है।
भाजपा ने सोशल मीडिया पर पोस्टर जारी किए हैं, जिसमें बताया जा रहा है कि सरकार के लोक कल्याण के कार्यक्रम से नक्सली बौखला गए हैं। इसमें तकनीक की मदद से बदल रहे बस्तर की तस्वीर दिखाई जा रही है। बस्तर में इंटरनेट कनेक्टिविटी से लेकर कैशलेस भुगतान और हेल्थ एटीएम की जानकारी दी जा रही है।
यही नहीं, पोस्टर के माध्यम से साक्षर बस्तर, सुरक्षित बस्तर की ब्रांडिंग भी की जा रही है। सड़कों के विस्तार, नक्सल प्रभावित क्षेत्र में पुल के निर्माण की जानकारी भी दी गई है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने भी केंद्रीय ब्रांडिंग का समर्थन करते हुए कहा कि प्रदेश के बस्तर क्षेत्र में करोड़ों स्र्पए के विकास कार्य हो रहे हैं। इससे नक्सलियों में बौखलाहट है। नक्सलियों को इस बात का डर है कि कहीं विकास के दम पर सरकार उनको उखाड़ न फेंके, इसलिए नक्सली विकास कार्यों को प्रभावित कर रहे हैं।