इंदौर।
बड़ा बांगड़दा में गांधी नगर की शराब दुकान हटाने की मांग को लेकर रविवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धरना दिया। इसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। शराब दुकान हटाने के लिए मुख्यमंत्री और कलेक्टर के नाम गांधी नगर थाना प्रभारी को भी ज्ञापन सौंपा। राजीव विकास केंद्र के कार्यकारी अध्यक्ष देवेंद्रसिंह यादव, उत्तम जाधव, जमुनाबाई सोनाने और तायाबाई की अगुआई में महिलाएं धरने में चकला-बेलन और थाली लेकर शामिल हुईं। उनका आरोप है कि गांधी नगर में देशी शराब की आड़ में कच्ची और नकली शराब बेची जा रही है। दुकान खुलने का समय सुबह 8 से रात 11 बजे तक है, लेकिन यह अकसर 24 घंटे खुली रहती है। नगर निगम ने शेखर नगर बस्ती के रहवासियों को यहां विस्थापित किया है। उन परिवारों की महिलाएं बहुत परेशान हैं। घर के पास ही शराब दुकान खुलने से परिवार के मुखिया और कई युवा शराब के नशे में डूबे रहते हैं। डेढ़ महीने में आठ लोग शराब पीने के कारण दम तोड़ चुके हैं। महिलाओं ने बताया शेखर नगर से विस्थापित किए गए परिवारों को गांधी नगर में पीने का साफ पानी तक मुहैया नहीं कराया जा रहा है। नलों से गंदा पानी आ रहा है, जिससे लोग बीमार हो रहे हैं। अभी तक बड़ा बांगड़दा की मतदाता सूची में विस्थापितों के नाम भी नहीं जोड़े गए हैं, न ही मतदाता परिचय-पत्र जारी किए गए हैं। विस्थापितों के पास शेखर नगर के पुराने मतदाता परिचय-पत्र ही हैं। प्रदर्शन में सन्नी राजपाल, नीतेश भारद्वाज, संदीप ओझा, पंकज ओझा, पीसी रायपुरे, विष्णु मानकर, मुकेश वानखेड़े आदि शामिल थे।