नई दिल्ली |
मनी लांड्रिंग और काले धन को सफेद करने की गतिविधियों में शामिल लोगों पर शिकंजा कसना जारी है। प्रवर्तन निदेशालय (ई.डी.) ने मोहम्मद अयूब मीर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। मीर पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तोयबा का सदस्य है। फेमा (फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमैंट एक्ट) के तहत दिल्ली के 2 हवाला कारोबारियों बेच राज बेंगानी और हरबंस सिंह को भी नोटिस भेजा गया है।
नोटबंदी के दौरान काले धन को सफेद करने में संलिप्त बैंक अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। ई.डी. ने एक्सिस बैंक के कर्मचारी नितिन गुप्ता समेत अन्य बैंक अधिकारियों की 8.47 करोड़ रुपए कीमत की संपत्ति जब्त कर ली है। दिल्ली पुलिस के स्पैशल सैल ने मोहम्मद अली मीर को नई दिल्ली से गिरफ्तार किया था। पुलिस ने मीर को हरबंस सिंह से हवाला के 7 लाख रुपए लेते हुए पकड़ा था। इस सूचना के आधार पर ई.डी. ने फेमा के तहत जांच शुरू कर दी थी। जांच के दौरान मीर ने लश्कर-ए-तोयबा के साथ जुड़े होने की बात कबूली। वह आतंकी संगठनों के लिए हवाला के जरिए धनराशि इकट्ठा कर रहा था। हरबंस सिंह ने भी पूछताछ में बताया कि वह बेच राज बेंगानी के निर्देश पर हवाला भुगतान करता था।