इस्लामाबाद |
पाकिस्तान की सेना ने गुरुवार को यह माना है कि उसकी खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के आतंकवादियों से लिंक्स हैं। हालांकि, सेना ने आगे कहा कि इसका मतलब यह नहीं कि ISI आतंकवादी संगठनों का समर्थन करती है। सेना ने यह भी कहा कि प्रतिबंधित जमात-उद दावा की राजनीतिक पार्टी मिली मुस्लिम लीग चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह आजाद है।
मिली मुस्लिम लीग को मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के जमात उद दावा का समर्थन मिला है। इस पार्टी को पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग ने कुछ महीने पहले राजनीतिक पार्टी का दर्जा देने से इनकार कर दिया था और उप चुनाव लड़ने की भी मंजूरी नहीं दी थी।
ISI और आतंकियों के कनेक्शन पर अमेरिकी दावों को लेकर एक सवाल के जवाब में इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के डायरेक्टर जनरल मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा, ‘समर्थन करने और लिंक्स होने में फर्क है। एक भी ऐसी खुफिया एजेंसी का नाम बताइए जिसके लिंक्स न हो। ये लिंक्स सकारात्मक भी हो सकते हैं, और यूएस के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने ऐसा नहीं कहा कि ISI आतंकियों का समर्थन करता है।’