अमृतसर |
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा सारे देश में लागू की गई जी.एस.टी. प्रक्रिया से पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने भी भारी निराशा व्यक्त की है।
सिद्धू ने बताया कि जी.एस.टी. लागू होने से पहले पंजाब को सिर्फ वैट के जरिए ही हर वर्ष करीब 1200 करोड़ की राशि हासिल होती थी और अन्य टैक्स मिला कर कुल 1620 करोड़ रुपए की राशि राज्य के खाते में आ जाया करती थी। उन्होंने कहा कि जी.एस.टी. लागू करते समय केन्द्र सरकार ने राज्य के हिस्से में कुल 1800 करोड़ रुपए मिलने की बात कही थी लेकिन कितने हैरत की बात है कि जी.एस.टी. लागू होने के पश्चात हमारे राज्य (पंजाब) को अभी तक मात्र 450 करोड़ रुपए की राशि मिली है, जो कि आशा से कहीं कम है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से जी.एस.टी. की प्रक्रिया जटिल साबित हुई है, उससे पंजाब में ही नहीं बल्कि सारे देश में व्यापारियों तथा आम जनता में त्राहि-त्राहि मची हुई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा लागू जी.एस.टी. प्रणाली को जिस तरह सफल बताया जा रहा है, हकीकत में मोदी सरकार की यह जी.एस.टी. प्रणाली बुरी तरह से फेल होती दिखाई दे रही है।