नई दिल्ली |
सात राज्यों के लिए पहेली बनी हनीप्रीत को पुलिस अभी तक तलाश नहीं पाई है। हालांकि उसने दिल्ली हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की थी लेकिन कोर्ट ने उसकी अर्जी नामंजूर कर दी। वहीं पुलिस जिसकी तलाश में थी वो अब खुद एक हिंदी न्यू चैनल में सामने आई और अपने ऊपर लगे आरोपों और राम रहीम के साथ संबंधों पर खुलकर बात की। एक हिंदी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में हनीप्रीत ने कहा, ”जैसे चैनलों में या अखबारों में दिखाया जा रहा है, मैं वैसी बिल्कुल नहीं हूं।”
हनीप्रीत ने कहा कि जैसा मुझे दिखाया गया उसे देखकर मैं खुद डरने लगी हूं। उसने कहा कि मैं अपनी मेंटल स्थिति बयां नहीं कर सकती हूं। मुझे देशद्रोही कहा गया है, जो बिल्कुल गलत है। अपने पापा (राम रहीम) के साथ एक बेटी कोर्ट में जाती है। ऐसा बिना परमिशन के संभव नहीं है। हनीप्रीत ने कहा कि मुझे इजाजत दी गई तभी तो मैे कोर्ट में इतनी सुरक्षा के बीच दाखिल हो पाई। उसने कहा कि मैंने एक बेटी का फर्ज अदा करके क्या गलत किया, क्या कोई बाप प्यार से अपनी बेटी के सिर पर हाथ भी नहीं रख सकता, क्या अपने पिता से प्यार जताना गलत है, मैं कहां गुनहगार हूं।
हिंसा भड़काने के आरोप पर हनीप्रीत ने कहा कि मुझे चेक करके ही अंदर भेजा गया, हम तो यह सोच कर आए थे कि सब कुछ ठीक हो जाएगा क्योंकि पापा (राम रहीम) को कानून पर भरोसा था लेकिन फैसला खिलाफ आय़ा, हमारा तो दिमाग काम नहीं कर रहा था, ऐसे में हिंसा कैसे भड़काती, क्या किसी ने मुझे कुछ कहते सुना, या मैंने कुछ गलत किया कोर्ट में। हनीप्रीत ने उस चिट्ठी पर भी सवाल उठाए जो साध्वियों ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी कोे लिखी थी। हनीप्रीत ने कहा कि एक चिट्ठी के आधार पर कैसे कोई गुनहगार हो सकता है क्या हजारों लड़कियां झूठ बोल रही हैं।