अहमदाबाद।
अहमदाबाद के वटवा जीआईडीसी में किरी केमिकल इन्डस्ट्री नामक फैक्टरी में सोमवार दोपहर को गैस रिसाव होने से पांच मजदूरों की मौत हो गई । दम घुटने से अन्य पांच मजदूरों से गंभीर अवस्था सिविल अस्पताल में भर्ती कररवाया गया है। घटना के समय ये मजदूर अंडर वाटर टंकी साफ कर रहे थे। पुलिस ने कंपनी मालिक की लापरवाही के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरु की है।
जानकारी के मुताबिक वटवा जीआईडीसी में किरी केमिकल इन्डस्ट्री मे कलर बनाने का काम किया जाता है। यहां विभिन्न प्रकार के केमिकल से कलर बनाये जाते है। सोमवार दोपहर को अंडर वाटर टंकी में 10 मजदूर काम कर रहे थे। तभी कंपनी में गैस रिसाव होने से अफरा तफरी का माहौल छा गया।
टंकी में काम कर रहे मजदूरों का दम घुटने लगा। सभी टांकी से निकलने का प्रयास करने लगे। हालाकि अफरा-तफरी के माहौल के बीच यह मजदूर यहां नही निकल पाये । सूचना पाते ही फायर बिग्रेड के जवान आ पहुंचे। जवानों ने टंकी के अंदर से मजदूरों को निकालने में मदद की। हालांकि तब तक दम घुटने से पांच मजूदरों ने अपनी जान गवां दी थी।
पांच मजदूरों को गंभीर अवस्था में सिविल अस्पताल ले जाया गया है। जहां सभी मजदूरों को लाइफ सपोर्ट सिस्टम (वेन्टीलेटर) पर हैं। पुलिस के बताया कि मृतकों की पहचान हो गई है। शेलेन्द्र दिवाकर आयु (25), बंटी दिवाकर (28) भरत दिवाकर (25), पूरना दिवाकर (38) सहित पांच मजदूरों की इस हादसे में मृत्यु हुई है।
पुलिस ने बताया कि कंपनी में तमाम पहलुओं पर जांच की जा रही है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि पर्यावरण और कानूनी तौर पर मंजूरी के बिना ही यहां अवैध रुप से कैमिकल से कलर बनाया जाता था। घटना के समय कंपनी में 50 मजदूर मौजूद थे। फिलहाल कंपनी के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
गौरतलब है कि जीआईडीसी में इस तरह की अवैध रुप से कैमिकल का परिक्षण करती 100 से अधिक कंपनियां है। जिसमें आये दिन इस प्रकार की घटनाएं होती रहती है। कई सामाजिक संगठनों इस पर विरोध भी जताते हुए मजदूरों को मुआवजा देने की मांग की है।