भोपाल।
नीति आयोग ने मप्र सरकार को आईना दिखाते हुए कहा है कि प्रदेश ने कृषि क्षेत्र में भले ही विकास किया हो, लेकिन अन्य क्षेत्रों में प्रदेश राष्ट्रीय औसत से भी पीछे है। नीति आयोग के सदस्य रमेश चंद्र ने सोमवार को मप्र के विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की।
इस दौरान उन्होंने कहा कि मप्र को पंजाब मत बनाइए। यह अच्छी बात है कि कृषि क्षेत्र में सबसे ज्यादा विकास किया है, लेकिन एक समय के बाद यह विकास स्र्क जाएगा। गैर कृषि क्षेत्र में मप्र की विकास दर 6.7 प्रतिशत है, जबकि राष्ट्रीय औसत 8 से ऊपर है।
रमेश चंद्र ने कहा कि मप्र उद्योग, स्वास्थ्य, शिक्षा और सड़कों के क्षेत्र में अन्य राज्यों से काफी पिछड़ा है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यदि दीर्घ कालीन विकास करना है तो इन क्षेत्रों में प्रदेश बेहतर काम करे। रमेश चंद्र ने अपने प्रजेंटेशन में विकास के विभिन्न् मापदंडों पर मप्र की स्थिति बताते हुए कहा कि कुपोषण, शिशु मृत्यु दर में भी मप्र बेहतर काम नहीं कर पा रहा है। बच्चों को पौष्टिक भोजन की अनुपलब्धता, खराब अस्पताल की वजह से कुपोषण कम नहीं हो रहा।