आर.एस. पुरा |
पाकिस्तान द्वारा सीमा पर संघर्ष विराम उल्लंघन की बढ़ती घटनाओं ने सीमावर्ती क्षेत्र के किसानों की चिंता बढ़ा दी है। पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही गोलाबारी के दौरान कई पाकिस्तानी शैल खेतों में आकर फटे हैं। इसके अलावा इन खेतों में कुछ जीवित शैल भी हो सकते हैं। किसानों के मुताबिक इस बार अच्छी बारिश होने पर उन्हें बंपर फसल की उम्मीद थी, मगर पाकिस्तान के नापाक इरादों ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
क्षेत्र के किसान अवतार सिंह, रोशन लाल, बिशम्बर दास, अवतार चौधरी ने बताया कि गोलीबारी की बजह से वे अपने खेतों में नहीं जा पा रहे हैं, जबकि इस समय उनकी धान की फसल को पानी की सख्त जरूरत है। उनका कहना था कि उनकी जमीन तारबंदी के नजदीक है, अगर वे जाते हैं तो पाकिस्तानी रेंजर्स उन्हें निशाना बना सकते हैं। किसानों को छह माह की मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा हैं। सीमावर्ती किसानों का रोष था कि जब फसल लगाने व काटने का समय होता है। पाकिस्तान सीमा पर गोलीबारी शुरू कर देता है, जिससे उनकी फसल का लाभ नहीं मिल पाता है। खेतों में काम कर रहे मजदूर भी भाग जाते हैं। कुछ किसानों ने खेतों में जीवित पाकिस्तानी शैल की मौजूदगी आशंका पर चिंता प्रकट की। उनका कहना था कि इस माहौल में खेतो में जाना किसी जोखिम से कम नहीं है।