श्योपुर।
मौसम की मार से बर्बाद हुए किसानों को सरकार ने अभी तक कोई राहत तो नहीं दी है। अलबत्ता सरकार ने एक नए टैक्स का बोझ किसानों पर जरूर डाल दिया है। जिन किसानों ने खेत या गांव में रहने के लिए घर बना लिए है उनसे पटवारियों के माध्यम से डायवर्सन शुल्क की वसूली की जा रही है।
प्रदेश सरकार ने हर जिले को यह टैक्स वसूलने का टारेगट भी दिया है। किसानों को जेल भेजने की धौंस देकर पटवारी-तहसीलदार यह शुल्क वसूल रहे हैं। ऐसा इससे पहले कभी नहीं हुआ,लेकिन राजस्व विभाग के अफसर कह रहे हैं कि, यह आदेश पिछले साल भी थे।
गौरतलब है कि लगातार दो साल से किसानों की फसलें मौसम की मार से बर्बाद हो रही है। पिछले साल अधिक बारिश के कारण फसलें खराब हो गईं थीं तो इस साल बारिश न होने के कारण सोसाबीन व उड़द सहित कई और फसलें 90 फीसदी तक बर्बाद हो चुकी हैं।
किसान पहले से ही बिजली बिल और बैंक ऋण की वसूली से परेशान है। इसी बीच राजस्व विभाग ने उन किसानों से डायवर्सन शुल्क वसूलना शुरू कर दिया है जिन्होंने खेतों के आस-पास या गांव में मकान बना रखे हैं। पहले चरण में उन गांवों में किसानों से डायवर्सन शुल्क वसूल हो रहा है जिनकी आबादी 2 हजार या इससे ज्यादा है।