बलरामपुर|
उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मंत्री किशोर उपाध्याय ने संतों पर लगातार लग रहे आरोपों को लेकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर विवादित बयान दिया है।
किशोर उपाध्याय ने कहा “जिस तरह राम रहीम और आशाराम जैसे संतों पर आरोप लग रहे हैं चिंता की बात है, कहीं योगी आदित्यनाथ पर ऐसा मामला सामने ना आ जाए।” उन्होंने कहा कि ‘या तो आदित्यनाथ मुख्यमंत्री रहें या फिर गोरक्षपीठ के महंत ही रहें।’
उन्होंने कहा कि गोरक्षपीठ से सभी पार्टियों के लोगों की आस्था जुड़ी है इसलिए वहां का महंत किसी पार्टी से जुड़ा नहीं होना चाहिए। वो तो सबका होता है। यदि उन्हे मुख्यमंत्री बने रहना है तो महंत का काम छोड़ देना चाहिए। कांग्रेस नेता ने ये बयान मंगलवार को बलरामपुर पहुंचे संगठनात्मक चुनाव के तैयारी की समीक्षा बैठक में दिया।
किशोर उपाध्याय यहीं नहीं रुके उन्होंने पीएम नरेन्द्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि तीन साल में पीएम ने एक भी वादा पूरा नहीं किया। किशोर उपाध्याय ने कहा कि 19 सितम्बर को पितृपक्ष के साथ प्रदेश की योगी सरकार को भी छः महीने पूरे हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश की जो हालत है उससे लगता है कि 20 सितम्बर को पितृपक्ष में यूपी सरकार का तर्पण और श्राद्ध हो जाएगा।