कोलकाता |
पश्चिम बंगाल में 2016 के विधानसभा चुनाव के बाद से बड़ी राजनीतिक चुनौती का सामना कर रही बीजेपी के प्रेजिडेंट अमित शाह ने राज्य में अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का डटकर मुकाबला करें और खुद पर होने वाले हमलों को चुपचाप सहन न करें। शाह ने पश्चिम बंगाल में पार्टी का आधार मजबूत करने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि अहिंसक अभियान की कोई गुंजाइश नहीं है और अगर स्थिति की मांग है तो करारा जवाब देना होगा।
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने राज्य में तृणमूल कांग्रेस की ओर से उन पर हो रहे कथित अत्याचारों का मुकाबला करने को लेकर शाह से सवाल किया था। इसके जवाब में शाह ने कार्यकर्ताओं से पूछा कि वे हमला होने के बाद चुप क्यों रहे। पश्चिम बंगाल में अपने ‘विस्तारक’ कार्यक्रम के तहत शाह राज्य की 3 दिनों की यात्रा पर हैं। यह पिछले 5 महीनों में पश्चिम बंगाल की उनकी दूसरी यात्रा है। इससे बीजेपी के पूर्वी राज्यों में अपना आधार बढ़ाने के लक्ष्य का संकेत मिलता है।
शाह ने सोमवार को अपने दिन की शुरुआत उत्तर कोलकाता में स्वामी विवेकानंद के पैतृक घर से की। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के शिकागो संबोधन की 125वीं वर्षगांठ पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। इससे पहले अप्रैल में शाह कोलकाता में जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी के निवास पर गए थे। यह पहली बार है कि जब पश्चिम बंगाल में बीजेपी और आरएसएस ने स्वामी विवेकानंद से जुड़े किसी अवसर के लिए 100 से अधिक बाइक रैलियों और कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। इससे पहले संघ परिवार ने राम नवमी के अवसर पर भव्य धार्मिक प्रदर्शन किया था।