सियोल।
उत्तर कोरिया ने सोमवार को अमेरिकी सुरक्षा परिषद में अपने छठे परमाणु परीक्षण के लिए प्योंगयांग के खिलाफ नए प्रतिबंधों को मंजूरी देने के बाद अमेरिका को कड़ी धमकी दी है। कोरियाई राज्य मीडिया के हवाले से ये जानकारी आई है।
कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी में कोरियाई विदेश मंत्री के द्वारा जारी किये गए बयान में कहा गया है कि, अगर अमेरिका इस दिशा में कोई कदम उठाता है तो उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। साथ ही यह चेतावनी भी दी गई है कि प्योंगयांग, अमेरिका से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है और अमेरिका को इसका काफी नुक्सान उठाना पड़ेगा जैसा इतिहास में भी नहीं देखा गया होगा।
उत्तर कोरिया के अनुसार, ‘अमेरिका प्योंगयांग के वैध आत्मरक्षात्मक उपायों के इस्तेमाल को गड़बड़ी के रुप में देख रहा है और इस पर अपना दबदबा बना रहा है।’
प्योंगयांग ने कहा कि अमेरिका के परमाणु खतरे और बढ़ते शत्रुतापूर्ण कदमों को रोकने और कोरियाई प्रायद्वीप पर परमाणु युद्ध के खतरे को कम करने के लिए उसने सुपर-शक्तिशाली थर्मोन्यूक्लियर हथियार को विकसित किया है।
गौरतलब है कि, 3 सितंबर को उत्तरी कोरियाई सेना ने हाइड्रोजन बम के साथ अपने छठे और सबसे शक्तिशाली परमाणु परीक्षण को अंजाम दिया, जिसकी अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने कठोर निंदा की थी और उन इलाकों में तनाव भी बढ़े थे।
वहीं, 9 सितंबर को प्योंगयांग में देश की स्थापना की 69 वीं वर्षगांठ पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कोरियाई नेता किम-जोंग-उन ने इस परीक्षण को नवीनतम हथियार परीक्षण की दिशा में एक बड़ी जीत बताया था।
इसके बाद ही अमेरिका ने जापान और दक्षिण कोरिया के साथ सोमवार को उत्तर कोरिया के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई है। बैठक में उत्तरी कोरिया को तेल और कपड़ा निर्यात पर प्रतिबंध और कोरियाई नागरिकों को विदेशों में काम करने पर भी प्रतिबंधित करने के प्रस्ताव पर चर्चा की गई।