हैदराबाद |
उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने रविवार को कहा कि आतंकवाद मानवता का सबसे बड़ा दुश्मन और वैश्विक शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा है। उप राष्ट्रपति ने इसे कुचलने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के एकजुट होने जरूरत पर जोर दिया।
आतंक का कोई मजहब नहीं
नायडू ने नलसार विश्वविद्यालय में इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल लॉ में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत ने बाद के वर्षों में खासतौर पर 11 सिंतबर के हमले के बाद से अंतरराष्ट्रीय आंकवाद के खिलाफ लड़ाई में काफी प्रयास किया है। उन्होंने कहा, ‘‘इस वक्त की सबसे बड़ी जरूरत…..वैश्विक शांति के लिए सर्वाधिक खतरा आतंक से है। आतंक का कोई मजहब नहीं होता, उसका कोई रंग नहीं होता, कोई जाति नहीं होती। लेकिन दुर्भाग्य से कुछ लोग ओछी राजनीति के लिए धर्म को आंतक से जोडऩे का प्रयास कर रहे हैं।’’