इंदौर।
अन्नपूर्णा थाना क्षेत्र में रविवार रात दो बहनों ने तीन लुटेरों का सामना कर बहादुरी की मिसाल पेश की। इनमें से एक बदमाश को ऐसा सबक सिखाया कि वह शायद ही कभी इसे भूल सकेगा।
घटना त्रिवेणी नगर में 8.25 बजे हुई। वासुदेव नगर में रहने वाली निरुपमा परचुरे (35) बड़ी बहन वैशाली (39) के साथ एक्टिवा से राजेंद्र नगर से घर की ओर आ रही थी। त्रिवेणी नगर मेन रोड पर वे पहुंचीं तो पीछे से तेज रफ्तार बाइक सवार तीन लुटेरे आए। उन्होंने पीछे बैठी वैशाली के पर्स पर झपट्टा मारा। पर्स का एक बेल्ट वैशाली तो दूसरा बेल्ट लुटेरे के हाथ में था। खींचतान में पर्स का दूसरा हिस्सा फटकर लुटेरे के हाथ में आ गया।
झटके के कारण दोनों बहनें और बाइक सवार लुटेरे गिर गए। वैशाली को हाथ-पैर व कंधे में चोट आई। निरुपमा ने बताया जब वह उठी तो दो लुटेरे उठकर भागने लगे। तीसरा बाइक उठाकर भागने का प्रयास कर रहा था, लेकिन उन्होंने बदमाश का हाथ पकड़कर उसे नीचे गिराया और उसके सीने पर बैठ गई। फिर उसे थप्पड़ मारना शुरू कर दिए। यह देख लुटेरे के दोनों साथी लौटकर आए।
मदद करने आए युवक के मुंह पर फेंका पर्स
निरुपमा के मुताबिक दोनों लुटेरे तीसरे साथी को बचाने के लिए आ ही रहे थे कि एक बाइक सवार युवक आ गया। एक बदमाश ने उसके मुंह पर पर्स फेंका। इसी बीच कुछ लोगों को आता देख दोनों बदमाश भाग निकले। वैशाली ने फोन कर परिजन को बुलाया। भाई सिद्धार्थ व अन्य लोगों की मदद से लुटेरे और उसकी बाइक को पुलिस के हवाले किया। निरुपमा कराते में माहिर हैं और वे घर में बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाती हैं। पर्स में 22500 हजार रुपए, सोने की अंगूठी, एटीएम व क्रेडिट कार्ड सहित अन्य सामान था।
मुंह छिपाने के लिए गले में बांध रखा था रूमाल
सिद्धार्थ ने बताया कि बदमाशों ने मुंह छिपाने के लिए गले में रूमाल बांध रखा था। उनकी बाइक के पीछे की नंबर प्लेट पर नंबर नहीं थे। आगे लिखे नंबरों से जानकारी निकाली तो वह नार्थ तोड़ा निवासी नरेश प्रजापत के नाम पर निकली। पुलिस लुटेरे से पूछताछ कर रही है।