इंदौर।
एमवाय अस्पताल में मुफ्त तो छोड़िए, अमृत योजना के तहत सस्ती दवाइयां भी नहीं मिल रहीं। मजबूरी में मरीजों के परिजन को मोटी रकम चुका कर बाहर के मेडिकल स्टोर से दवाइयां लेना पड़ रही हैं।
वहीं मौसमी बीमारी से पीड़ित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पर्ची कटवाने से लेकर डॉक्टर के पास इलाज कराने तक लंबी कतारें लग रही हैं। अस्पताल प्रबंधन को भी पता है कि वर्तमान में वायरल से पीड़ित मरीज ओपीडी में आ रहे हैं। इसके बावजूद अब तक पर्याप्त दवाइयों के इंतजाम नहीं किए गए।
सहायता केंद्र पर आश्रित अस्पताल
डॉक्टर की लिखी दवाइयां जब अस्पताल में नहीं मिलती तो वे पर्ची पर सहायता लिख देते हैं। जब लोग सहायता केंद्र पर दवाइयां लेने पहुंचते हैं तो घंटे भर लंबी लाइन लगाने के बाद मरीज को पता चलता है कि यहां भी दवाइयां नहीं हैं। अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है।