कोलंबो।
महेंद्रसिंह धोनी के लिए गुरुवार को श्रीलंका के खिलाफ खेला गया चौथा वनडे यादगार बन गया। धोनी का यह 300वां वनडे था और वे यह उपलब्धि हासिल करने वाले भारत के छठे तथा दुनिया के 20वें खिलाड़ी बन गए। धोनी इस सीरीज में सिर्फ बल्ले से कमाल नहीं दिखा रहे है, बल्कि उनकी विकेटकीपिंग भी देखने लायक है।
डीआरएस के मामले में धोनी के फैसलेे अमूमन सही साबित होते है और चौथे वनडे में भी इसका नमूना देखने को मिला। इस मैच में तो अंपायर ने जिस गेंद को वाइड बॉल करार दिया था उस पर धोनी की अपील ने शार्दुल ठाकुर को विकेट दिलवा दिया, वह भी कैच आउट के रूप में।
धोनी का फैसला फिर सही साबित हुआ
श्रीलंकाई पारी के दौरान तीसरे ओवर में शार्दुल ठाकुर की गेंद निरोशन डिकवेला के ग्लब्स से लगकर धोनी के दस्तानों में गई। शार्दुल ने गेंद फेंकी और धोनी ने इस पर जोरदार अपील की। ऑस्ट्रेलिया के अंपायर पॉल रायफल ने आउट देने के बजाय गेंद को ही वाइड करार दिया। धोनी ने इशारा किया कि आवाज आई है और उन्होंने विराट को डीआरएस लेने के लिए कहा। विराट ने डीआरएस लिया और धोनी का अंदाजा बिल्कुल सही निकला। रिप्ले में साफ हुआ कि डिकवेला के दस्ताने से लगकर गेंद धोनी के दस्तानों में गई। इस तरह से भारत के खाते में पहला विकेट आया। श्रीलंका का स्कोर उस समय 22 रन था।