नई दिल्ली |
कांग्रेस ने मंत्रिपरिषद में फेरबदल को मोदी सरकार का अपनी नाकामयाबी छिपाने का प्रयास करार देते हुए आज कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पास योग्य लोगों की कमी है इसलिए इस बदलाव से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने संवाददाता सम्मेलन में मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलों को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि किसी व्यक्ति को हटाना अथवा मंत्रिपरिषद में शामिल करना प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार होता है। वह जिसे चाहे लायें या हटाएं, यह उन पर निर्भर करता है। भाजपा में प्रतिभाशाली लोगों की कमी है इसलिए इस बदलाव का कोई असर नहीं होगा।
बदलाव से नहीं पड़ेगा कोई फर्क
उन्होंने कहा कि फेरबदल से इस सरकार पर लगा नाकामयाबी का ठप्पा नहीं हटेगा लेकिन सरकार इस बदलाव के जरिए अपनी असफलताओं से लोगों का ध्यान हटाने का पूरा प्रयास कर रही है। प्रतिभाशाली लोगों की कमी के कारण इस बदलाव के बाद भी स्थिति वैसी ही बनी रहेगी। प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गुजरात में मुख्यमंत्री के रूप में जो कार्यशैली थी उसमें बदलाव नहीं आया है और वह प्रधानमंत्री के रूप में भी ‘गुजरात शैली’ में ही काम कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल के फैसले प्रधानमंत्री कार्यायल में तय हो रहे हैं। उनका कहना था कि प्रधानमंत्री के बाद गृहमंत्री का पद महत्वपूर्ण होता है लेकिन इस सरकार में गृहमंत्री का भी कोई महत्व नहीं है। प्रधानमंत्री जो चाहते हैं सारे फैसले उसी के आधार पर लिए जा रहे हैं।