नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने चीन रवाना होने वाले हैं। इससे पहले वो अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे। इस विस्तार के चलते जहां राजीव प्रताप रूडी, फग्गन सिंह कुलस्ते और उमा भारती समेत 6 मंत्रियों के इस्तीफे मांग लिए गए हैं वहीं इनकी जगह नए लोगों को जगह दी जा सकती है। कैबिनेट मंत्रियों ने गुरुवार रात अपने इस्तीफे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को सौंपे हैं।
इस्तीफे पर सवाल किए जाने पर राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि पार्टी का निर्णय हुआ की आप इस्तीफा दें, यह बिल्कुल सामान्य है। सरकार में काम करने का मौका मिला, आगे भी पार्टी में काम करने का मौका मिले बस इसी अभियान के साथ चलते हैं।
वहीं संजीव बालियान ने कहा कि पार्टी ने इस्तीफा मांगा तो दे दिया। जबकि उमा भारती ने कहा कि मैंने इससे जुड़ा सवाल नहीं सुना और ना सुनुंगी साथ ही कोई जलाब नहीं दूंगी।
जिन लोगों ने इस्तीफा दे दिया है उनमें जल संसाधन मंत्री उमा भारती, कलराज मिश्र, महेंद्रनाथ पांडेय, कौशल विकास और राजीव प्रताप रुडी, संजीव बालियान और फग्गन सिंह कुलस्ते शामिल हैं। रेल मंत्री सुरेश प्रभु पहले ही इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं।
इससे पहले गुजरात चुनाव से जुड़े मंत्रियों के अलावा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को एक-दो और मंत्रियों को तलब किया था।
बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मीडिया से बातचीत में कहा था- “मुझे लगता है कि रक्षा मंत्रालय की अतिरिक्त जिम्मेदारी मेरे पास ज्यादा दिनों तक नहीं रहेगी।” उनके इस बयान से कैबिनेट विस्तार की अटकलों को और बल मिला था।