नई दिल्ली |
बोफोर्स केस पर जल्द सुनवाई से जुड़ी याचिका पर अब अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में सुनवाई होगी। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने अगली तारीख तय की। कोर्ट में बीजेपी नेता अजय अग्रवाल की ओर से 64 करोड़ रुपये की बोफोर्स दलाली केस में याचिका लगाई गई है। यह सुनवाई हाल में मीडिया में आईं इन खबरों के बीच होगी कि 1986 में होवित्जर तोपों के 1437 करोड़ रुपये के सौदे के लिए रिश्वत दी गई थी। चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली बेंच बीजेपी नेता की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई करेगी। अग्रवाल ने इस मामले में यूरोप में रह रहे हिन्दुजा बंधुओं के खिलाफ सभी आरोप खारिज करने के 31 मई 2005 के दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती दी थी।
यह सुनवाई इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि मीडिया में खबर आने पर सत्ताधारी बीजेपी के सांसदों ने संसद में बोफोर्स घूसकांड की जांच फिर से शुरू कराने की मांग की थी। इस खबर में स्वीडिश मुख्य जांचकर्ता स्टेन लिंडस्ट्रोम के हवाले से शीर्ष स्तर पर कथित रिश्वत की बात कही गई थी।
2014 में कांग्रेसी अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ रायबरेली लोकसभा चुनाव लड़ चुके अग्रवाल ने कहा था कि वह सुप्रीम कोर्ट का ध्यान इस ओर खीचेंगे कि उन्होंने फेमा और मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून के तहत घूस के पैसे के आवागमन की जांच की मांग को लेकर प्रवर्तन निदेशालय को एक पत्र लिखा था। ईडी को 28 जुलाई को लिखे पत्र में उन्होंने दावा किया कि कथित अपराध 2006 तक लगातार जारी रहे, जब सौदे के एक बिचौलिये के रूप में आरोपी इतालवी कारोबारी ओत्तावियो क्वात्रोकी के लंदन के दो खातों से लेनदेन पर रोक हटी थी।