इस्लामाबाद |
मंगलवार को पाकिस्तान के 2 राजदूतों के बीच अब्दुल बासित और एजाज अहमद चौधरी वाक युद्ध हुआ जो दुनिया के सामने आ गया। इन दोनों के बीच तकरार की वजह भी अब सामने आ गई है और वह है भारत है। चिट्ठी सोशल मीडिया में आई है उसमें बासित ने भारत के साथ उफा में पाकिस्तान के संयुक्त बयान को लेकर सवाल उठाए हैं, जिससे साफ पता लगता है कि चौधरी के विदेश सचिव रहते हुए बासित भारत को लेकर पाकिस्तान की रणनीति से नाखुश थे।
बासित ने अपनी चिट्ठी में उफा में भारत और पाकिस्तान के संयुक्त बयान को उदाहरण के तौर पर पेश करते हुए एजाज को चिट्ठी में लिखा था, ‘आप बहुत बुरे विदेश सचिव हैं। उफा में संयुक्त बयान और मानवाधिकार परिषद में पाकिस्तान की अपमानजक हार मेरी बातों को साबित करने के लिए काफी हैं।’ असल में जुलाई 2015 में भारत के विदेश सचिव एस जयशंकर और उनके पाकिस्तानी समकक्ष एजाज चौधरी ने रूस के शहर उफा में एक संयुक्त बयान जारी किया था।
यह बयान पीएम नरेंद्र मोदी और तत्कालीन पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ के बीच द्विपक्षीय वार्ता के बाद जारी हुआ था। इस बयान में दोनों देशों ने हर स्वरूप में आतंकवाद की कड़ी निंदा की थी और दक्षिण एशिया से आतंकवाद को खत्म करने पर सहयोग के लिए सहमति जताई थी। दूसरी ओर अक्टूबर 2015 में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की सदस्यता के लिए हुए चुनाव में पाकिस्तान बुरी तरह हार गया था।