चेन्नई।
तमिलनाडु में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच सोमवार को पार्टी के विलय वाले दल की बैठक हुई। इस बैठक में जहां 4 प्रस्ताव पास किए गए वहीं इस बात पर सहमति बनी की पार्टी की जनरल काउंसिल बुलाई जाएगी। इसमें शशिकला को लेकर फैसला हो सकता है।
जो प्रस्ताव पास किए गए उनमें एक यह है कि टीटीवी दिनाकरण द्वारा की कई सभी नियुक्तियों को निरस्त कर दिया जाए। इसके अलावा पार्टी ने यह भी तय किया कि वो अपने मुखपत्र नामाधु एमजीआर और जया टीवी को न्यायीक तरीके से वापस लेगी।
इसके अलावा शशिकला को पार्टी प्रमुख के पद से हटाने के लिए भी कदम उठाए जा सकते हैं।
गौरतलब है कि, एआईएडीएमके को मूलतः दो गुटों में विभाजित किया गया था – एक पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम और दूसरा शशिकला के नेतृत्व में था। चुनाव आयोग (ईसी) ने आर.के.नगर निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव के समय केवल इन दो गुटों को मान्यता दी थी। हालांकि, मतदाताओं को रिश्वत देने के आरोप के बाद स्थगित कर दिया गया था।
बाद में, शशिकला-दिनाकरन गुट के साथ अंतर स्थापित करने के लिए एक तीसरा दल पलानीस्वामी के तहत उभरा। 26 अगस्त को, दिनाकरन ने कहा कि उन्हें एक सबक सिखाना होगा जो शशिकला को निकालना चाहते हैं। पिछले कुछ दिनों में, अन्नाद्रमुक के कई विधायक ने दिनाकरन को अपना समर्थन दिया है।
दूसरी तरफ, द्रविड़ मुनेत्र कजगम (डीएमके) और कांग्रेस ने तमिलनाडु के राज्यपाल से अनुरोध किया है कि वह पलानीस्वामी को सदन में अपना बहुमत साबित करने को कहे। गवर्नर सी.विद्यासागर राव के जल्द ही तमिलनाडु लौटने की उम्मीद है, जहां वे पलानीस्वामी से बहुमत साबित करने को कहेंगे।