टेक्सास।
अमेरिका में “हार्वे” तूफान ने भारी तबाही मचाई है। देश के चौथे सबसे बड़े शहर ह्यूस्टन में लगातार बारिश हो रही है। तटीय इलाकों में तेज हवाएं चल रही हैं। रॉकपोर्ट व ह्यूस्टन में पांच लोगों की मौत हो चुकी है। 14 लोग घायल हैं। कई इमारतें धराशायी हो गई हैं। सैकड़ों पेड़ उखड़ गए और बिजली के खंभे गिर गए। हार्वे टेक्सास से 50 साल में टकराने वाला सबसे भयावह तूफान है।
इस दौरान यहां 209 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली। ह्यूस्टन के हॉबी हवाई अड्डे में पानी घुस जाने के कारण इसे बंद कर दिया गया है। कई उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। मियामी स्थित मौसम विभाग ने भयावह बाढ़ की चेतावनी दी है। 1961 के बाद से अमेरिका में आया यह सबसे ताकतवर तूफान है।
टेक्सास अमेरिका के तेल एवं गैस उद्योग का केंद्र है। वहीं यहां भारतीय समुदाय के भी करीब पांच लाख लोग रहते हैं, जिनमें से अधिकतर आईटी कंपनियों में कार्यरत हैं।गाड़ियां उड़कर सड़क पर आईंह्यूस्टन के मेयर ने लोगों से घरों में ही रहने की अपील की है। कुछ इलाकों में 100 सेंटीमीटर तक बारिश होने का अनुमान है। सबसे ज्यादा नुकसान तटीय क्षेत्र रॉकपोर्ट में हुआ है, जहां सैकड़ों मकान जमींदोज या क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।
एक वाहन बिक्री केंद्र पर रखी सारी गाड़ियां तहस-नहस हो गईं। एक तो तेज हवा में उड़कर बीच सड़क पर जा गिरी। कच्चे तेल की कीमतें बढ़ींहार्वे तूफान के मार्ग में कच्चे तेल की कई रिफाइनरियों के आने से इसका असर करीब 60 लाख लोगों पर पड़ने की आशंका है। इस आपदा के कारण कच्चे तेल की कीमतें बढ़ गई हैं।