बीजिंग |
चीन ने अपने सैन्य अभ्यास को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। दरअसल चीन के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि चीनी वायु सेना के लंबी दूरी के सैन्य अभ्यास को किसी देश के हस्तक्षेप अथवा दबाव के कारण बंद नहीं किया जाएगा और अगले चरण का ऐसा ही अभ्यास जल्दी ही किया जाएगा।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने आज बताया कि गुरूवार को वायु सेना ने लंबी दूरी तक सैन्य अभ्यास किया और यह देर रात तक चला। इस तरह के सामान्य अभ्यास अंतर्राष्ट्रीय नियमों और कानूनों के तहत ही किए जाते हैं और यह देश की सामान्य जरूरतों का एक हिस्सा हैं। प्रवक्ता ने वायु सेना के हवाले से बताया कि चाहे कोई भी देश कितना भी हस्तक्षेप क्योंं न करे और कितनी ही दबाव बनाया जाए,चीनी वायु सेना पहले की तरह इस प्रकार के अभ्यास को करती रहेगी।
चीन पिछले काफी समय से इस तरह के अभ्यास करता आ रहा है और वायु सेना के विमान अक्सर लंबी दूरी तक उड़ान भरते हैं जो कईं बार ताइवान सीमा और जापान के सीमा क्षेत्रों तक चले जाते हैं। इस माह के शुरू में ताइवानी सेना ने कहा था कि उसकी सीमा के निकट चीनी वायु सेना की तीन दिन तक चलें अभ्यास को देखते हुए उसने अपनी सेनाओं को सतर्क रहने के आदेश दे दिए थे। चीन इस समय अपनी सेना के आधुनिकीकरण पर अधिक ध्यान दे रहा है जिसमें विमान वाहक पोतों का निर्माण और स्टील्थ युद्धक विमानों का विकास शामिल हैं। ताइवान के पास इस समय अधिकतर अमरीका निर्मित हथियार हैं और वह अमरीका से और आधुनिक हथियारों को देने का आग्रह कर रहा है।