नई दिल्ली।
गुजरात चुनाव के मिशन-150 से केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली भी सक्रियता से जुटेंगे। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है, जबकि कर्नाटक में यह जिम्मेदारी केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को दी गई है।
इसी साल के अंत में होने वाला गुजरात चुनाव अहम है। हालांकि, प्रदेश में विपक्षी कांग्रेस का नैतिक बल भी कमजोर है और ऐसा कोई दूसरा घटक दूर-दूर तक नहीं दिख रहा जो स्थिति को चुनौतीपूर्ण बना सके। लेकिन, भाजपा केवल जीत नहीं बल्कि 150 के आंकड़े को पार करना चाहती है। 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा में यह आज तक किसी दल ने नहीं किया है। खुद शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका भी चुनाव में अहम होगी। राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव को तीन महीने पहले ही प्रभारी बनाया गया है।
अब चुनाव प्रभारी के तौर पर जेटली को जिम्मेदारी दी गई है। ध्यान रहे कि जेटली पहले भी गुजरात का चुनाव प्रभार संभालते रहे हैं। हाल में राज्यसभा चुनाव के वक्त जिस तरह कांग्रेस लड़खड़ाती नजर आई थी उससे पार्टी का मनोबल कमजोर है। आशंकित मन के साथ कांग्रेस अपने खाते की 57 सीटें बचाने के लिए पूरा जोर लगाएगी। वहीं, कर्नाटक में प्रकाश जावड़ेकर को सक्रियता से लगने को कहा गया है।
खुद शाह हाल में कर्नाटक का दौरा करके लौटे हैं। सूत्र बताते हैं कि वह प्रदेश भाजपा की चुनावी तैयारियों से पूरी तरह संतुष्ट नहीं थे। संभवतः दो दिन में वह कर्नाटक के सभी बड़े नेताओं व पूरे कोरग्रुप के साथ दिल्ली में बैठक भी कर सकते हैं। उससे पहले जावड़ेकर को जिम्मेदारी देकर शाह ने यह संकेत दे दिया है कि शीर्ष नेतृत्व वहां किसी तरह की शिथिलता नहीं चाहता। कर्नाटक में अगले साल अप्रैल में चुनाव संभावित है। शाह ने गुरुवार को सभी राष्ट्रीय महासचिवों की बैठक कर अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की।