कोलकाता |
शारदा घोटाले का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ गया है। इस मामले में केंद्रीय सतर्कता आयोग ने पश्चिम बंगाल राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा अपने कार्यकाल में महत्वपूर्ण पदों पर पदस्थ किए गए 2 बड़े पुलिस अधिकारियों को निगरानी में लिया है। इस मामले में जानकारी सामने आई है कि केंद्र सरकार ने तृणमूल कांग्रेस के रा’यसभा सांसद कुणाल घोष के पत्र को ध्यान में रखा और कार्रवाई की।
प्रधानमंत्री कार्यालय को यह पत्र लिखा गया था। पत्र में कहा गया था कि इस घोटाले की जांच में जो अधिकारी परेशानी पैदा कर रहे हैं उन पर कार्रवाई हो। जानकारी सामने आई है कि इस शिकायत में घोष ने सीधे तौर पर कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार का नाम लिया है।
कुमार राज्य सरकार द्वारा मामले की जांच के लिए बनाई गई एस.आई.टी. के अध्यक्ष थे। ममता बनर्जी ने ही राजीव कुमार को कोलकाता पुलिस का कमिश्नर बनाया था। कुमार के अलावा बंगाल पुलिस के अधिकारी अर्नब घोष भी जांच के दायरे में हैं।