मुंबई।
भाजपा का सहयोगी दल होने के बावजूद शिवसेना उस पर हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ती है। इस बार निशाने पर पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर हैं। दरअसल, उन्होंने एक बयान में कहा है कि अगर वह गोवा में होने वाला विधानसभा उप-चुनाव हार जाते हैं तो नई दिल्ली लौट आएंगे और फिर से रक्षा मंत्री बन जाएंगे। इसको लेकर शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में पर्रिकर की आलोचना की है।
पार्टी ने एक संपादकीय में लिखा है कि एक ईमानदार और सच्चे नेता के रूप में पर्रिकर की छवि गलत साबित हुई है। एक वीडियो में उन्होंने कहा है कि अगर वह पणजी उप-चुनाव हार जाते हैं तो उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि उन्हें फिर से रक्षा मंत्री का पद मिल जाएगा। ऐसे शब्द मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देते हैं। ऐसा बोलकर पर्रिकर ने ना सिर्फ यह दिखाया है कि गोवा का मुख्यमंत्री पद उनके लिए कुछ भी नहीं है बल्कि यह भी जताया है कि देश के रक्षा मंत्रालय में प्रवेश करना कितना आसान है।
संपादकीय में यह भी कहा गया है कि इस तरह के बयान से पर्रिकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपमान कर रहे हैं, जिन्होंने उन्हें रक्षा मंत्री के पद पर नियुक्त किया था। पर्रिकर पर तंज कसते हुए शिवसेना ने यह भी लिखा है कि देश की सीमा पर जब संकट था, तब वह पीठ दिखा कर फिश करी-राइस का स्वाद लेने गोवा चले गए।