शाजापुर ।
कांग्रेस संगठन चुनाव के लिए रायशुमारी करने दिल्ली से शाजापुर पहुंचे पर्यवेक्षक सुरेंद्र सोलंकी के सामने कांग्रेसियों में जमकर लात-घूसे चले। कुर्सियां भी फेंकी। महूपुरा स्थित नपा सामुदायिक हॉल में दो पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा एवं हुकुमसिंह कराड़ा के समर्थकों ने एक-दूसरे को पीट भी दिया। इससे पुलिस बुलाना पड़ी। इधर, खुलेआम गुटबाजी देख पर्यवेक्षक भी हैरान रहे।
वे खुद नेता व कार्यकर्ताओं के सामने हाथ जोड़ते रहे लेकिन काफी देर तक हंगामा चलता रहा। तीसरे गुट के रूप में युकां प्रदेश प्रवक्ता नरेश कप्तान भी पहुंचे। जिनका मंच पर ही पर्यवेक्षक से विवाद हो गया। हालांकि, मौके की नजाकत देखते हुए पर्यवेक्षक ने प्रदेश प्रवक्ता से मंच पर ही माफी भी मांग ली।
जिले में कांग्रेसियों में गुटबाजी जगजाहिर है लेकिन बुधवार को गुटबाजी बंद कमरे से सड़क पर आ गई। दरअसल, संगठन चुनाव के चलते सुबह 11.30 बजे सामुदायिक हॉल में पर्यवेक्षक सोलंकी की मौजूदगी में रायशुमारी शुरू हुई। पूर्व मंत्री एवं अभा कांग्रेस सचिव वर्मा भी मौजूद रहे।
करीब दो घंटे तक कांग्रेसियों से खचाखच भरे हॉल में रायशुमारी होती रही लेकिन हंगामा तब शुरू हो गया, जब दोपहर 1 बजे पूर्व मंत्री व पूर्व क्षेत्रीय विधायक कराड़ा अपने समर्थकों के साथ मौके पर जा पहुंचे। रायशुमारी व बैठक के दौरान महूपुरा से गायत्री मंदिर के बीच वाहनों का काफी देर तक जाम लगा रहा। कई स्कूली बसें भी फंस गई।