ग्वालियर।
वर्ष 2016 में 1092 गायों की मौत के बाद सुर्खियों में आई ग्वालियर नगर निगम की लालटिपारा गौशाला के हालात निजाम बदलते ही बिगड़ने लगे हैं। इसके कारण 30 दिन में लगभग 453 गायों की मौत हो चुकी है। सबसे अधिक मौत गौशाला के अंदर सांड़ों की हो रही है। वजह, 1.5 करोड़ रुपए की लागत से होने वाली सीसी और टीनशेड का निर्माण कार्य न होना है। साथ ही 2500 की क्षमता वाली गौशाला के अंदर 6000 गौवंश को भर देना।
90 दिन में 1092 गायों की मौत के देखने वाली गौशाला फिर से अपने पुराने स्वरूप में लौट रही है, जहां हर ओर मरी हुई गाय नजर आती थी। इसका कारण है नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही और ठेकेदारों की मनमर्जी।
नगर निगम के तत्कालीन निगमायुक्त ने बारिश के मौसम में देखते हुए 1.5 करोड़ रुपए की लागत से गौशाला के अंदर सीसी और टीनशेड़ निर्माण के कार्य स्वीकृत किए थे। इनका सभी कार्यो का टेण्डर हो चुका है। साथ ही इनके वर्कआर्डर भी जारी हो चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी यह कार्य अभी तक शुरू नहीं हो सके हैं। इसके कारण बारिश के मौसम में पूरी गौशाला में कीचड़ जमा हो रही है। इसके चलते गायों को बैठने का स्थान नहीं मिल पा रहा है।