इंदौर।
मेयर हेल्पलाइन इंदौर 311 पर दर्ज शिकायतों के निराकरण के मामले में बरती जा रही लापरवाही से नाराज महापौर मालिनी गौड़ का गुस्सा निगम अफसरों पर फूटा। गुरुवार को अचानक वे समीक्षा करने पालिका प्लाजा स्थित ऑफिस पहुंची। अपर आयुक्त रोहन सक्सेना भी फटकार से नहीं बच सके। महापौर ने उन्हें यहां तक कह डाला कि यदि समस्याओं का निपटारा हाथोहाथ नहीं हो रहा हो तो उन्हें बताएं। महापौर ने शिकायत रजिस्टर जांचा और जोनल अधिकारियों व मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षकों से सेट पर बात की। हर स्वास्थ्य अधिकारी से उसके क्षेत्र की शिकायतों पर बात कर तत्काल दूर करने के लिए ताकीद किया। उन्होंने अफसरों को कहा कि कचरे की शिकायतों का निपटारा तुरंत होना चाहिए। कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
महापौर ने अपर आयुक्त को कहा- मैं आप लोगों की कार्यप्रणाली से संतुष्ट नहीं हूं। समस्याएं दूर करने के बजाय सभी अफसर एक-दूसरे पर ढोल रहे हैं। जब इंदौर 311 एप बनाया गया है तो शिकायतें फोन पर क्यों आ रही हैं? अफसरों को अन्य फोरम पर आने वाली शिकायतों पर भी पूरा ध्यान देना चाहिए। महापौर ने सभी को चेतावनी दी कि समस्याओं का निराकरण हाथोहाथ होना चाहिए वरना उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा।