इंदौर(अर्पण जैन ‘अविचल’)|
मध्यप्रदेश में मंदिर और मठों को सरकार अपने कब्जे में करने जा रही है,संत और जनता असुरक्षित है, प्रदेश में धर्म विरोधी माहौल बना हुआ है इससे खफा हो कर संतों ने महामंडलेश्वर कम्प्यूटर बाबा के नेतृत्व में नए राजनीतिक विकल्प की तैयारीयां शुरू कर दी है |
इंदौर के गौमटगिरि के समीप टेकरी पर स्थित बाबा के आश्रम के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो कम्प्यूटर बाबा ने संतों और अन्य प्रबुद्ध लोगो से राजनीतिक दल के संबंध में मिलना शुरू कर दिया है | बाबा ने राजनीतिक पार्टी का नाम ‘संत जन पार्टी’ तय किया है | गौरतलब है कि सिंहस्थ 2016 से ही कम्प्यूटर बाबा का राजनीतिक प्रभाव बड़ चुका था, बाबा के अहिल्या खालसे में मुख्यमंत्री से लेकर प्रभारी मंत्री, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और भी कई नेताओं का तांता लगा रहता था, अखाडा समिति में भी बाबा का खासा प्रभाव रहा, और बाबा की संतजनों में भी गहरी पकड़ है | राजनीतिक दल बनाने के पीछे बाबा की मंशा स्वयं के राजनीतिक प्रभाव के पुरजोर इस्तेमाल के साथ-साथ कद मजबूत करने की भी हो सकती है |
“हम संत समाज भाजपा के धर्म विरोधी होने के कारण नाराज है, और इतिहास गवाह है कि संतों ने राजनीति को हमेशा सही दिशा दी है, लगातार भाजपा को समझाइशे दी गई पर धर्म की उपेक्षा के कारण हम संतों ने आम जनता के साथ मिलकर राजनीतिक विकल्प के तौर पर ‘सजपा’ की रूपरेखा बनाई है | जल्द ही उस राजनीतिक दल पर अंतिम मोहर लगाएंगे|”
-महामंडलेश्वर कम्प्यूटर बाबा